लम्पी वायरस गोवंश का कोरोना - रविंद्र सिंह भाटी


जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के वर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी एक बड़ी मुहिम पर काम कर रहे हैं, मुहिम है "गांव गांव जाकर लम्पी वायरस से पीड़ित गायों को बचाने की" 

रविंद्र सिंह भाटी ने बताया इस "लम्पी वायरस" का संक्रमण गायो में मच्छर के काटने से और संक्रमित गाय के साथ एक ही कुंडी में पानी पीने से लार के माध्यम से ज्यादा तेज गति से फैलता है 

यह लम्पी वायरस, कोरोना वायरस की तरह ही है परंतु गाय बोल नहीं सकती इसलिए उनके लिए कोई मास्क नहीं, कोई ऑक्सीजन नहीं, कोई बेड नहीं, कोई दवाई नहीं।

राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार इस पर अभी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं, क्योंकि जैसलमेर-बाड़मेर सीमावर्ती इलाके हैं। लेकिन इस वायरस को रोका नहीं गया तो उन पशुपालकों को भारी नुकसान होगा जिनकी आमदनी का स्रोत ये गायें हैं।

पिछले दो माह में लगभग 10000 गोवंश की मौत हो चुकी है। यह बीमारी इतनी भयंकर है कि कई जगहों पर हमें पीड़ित गोवंश अपनी मौत का इंतजार करते दिखाई दिए।

भाटी ने पशुपालकों से निवेदन किया कि कोई भी गोवंश अगर इस वायरस से पीड़ित है तो उसे और गायों से अलग रखें ताकि यह वायरस ज्यादा न फैले। 

जैसे कोरोना वायरस में क्वॉरेंटाइन करके उपचार करते थे उसी तरीके से उपचार करें और आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाएं।

रविंद्र सिंह भाटी ने उन सभी युवा साथियों का धन्यवाद दिया जो अलग-अलग टीमों में लम्पी वायरस का टीकाकरण कर रहे हैं। 

अमित कुमार

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