चौमूँ में पेयजल संकट के लिए कांग्रेस बीजेपी जिम्मेदार - छुट्टन यादव

चौमूँ गर्मी परवान पर है, और ऐसे में चारो तरफ पेयजल संकट गहराने लगा है। कई जगहों पर तो पेयजल के लिए हाहाकार मच गया है। इस क्रम में शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता छुट्टन यादव ने जलदाय विभाग के ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सरकार व विभाग के खिलाफ भी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन विधानसभा प्रभारी रामबाबू गोरा व नगर अध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में पेयजल समस्या को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान RLP कार्यकर्ताओं को मौके पर धरने से हटाने पहुंचे थानाधिकारी हेमराज मूण्ड को देख लोगों का आक्रोश बढ़ गया और RLP कार्यकर्ता तहसील परिसर के सामने सडक को जाम कर करीब आधे घंटे तक सडक पर बैठे रहे। छुट्टन यादव ने  बताया कि क्षेत्र में दिनोदिन पानी की समस्या बढती जा रही हैं, जल विभाग द्वारा समस्या के निराकरण हेतु कोई भी स्थाई समाधान ना तो निकाला जा रहा है ना ही इस संकट से उभरने के लिए कोई अन्य योजना की रूपरेखा के लिए प्रयास किया जा रहा हैं। अभी क्षेत्रवासियों को पीने के पानी की समस्या का गंभीर सामना करना पड रहा हैं, पानी की क्षेत्र में किल्लत इतनी हैं कि टैंकरों के माध्यम से भी पूर्ति होना असंभव हैं और टैंकर वाला पानी डाल भी रहा हैं तो मोटी रकम देकर लोगों को पानी का टैंकर डलवाना पड रहा हैं। चौमूँ में पूर्व में लाई गयी पेयजल योजनाओं से सिर्फ जनता को गुमराह बनाकर आर्थिक बोझ बढाने का काम किया गया हैं, सडक उखाडकर पाईप लाईने डालने से पानी की समस्या का स्थाई समाधान नहीं होता हैं। हर बजट में नगरपालिका द्वारा नयी पाईपलाइन डाली जाती है, फिर भी आमजन को पानी की समस्या का सामना करना पडता हैं। विभाग से क्रमबद्ध आग्रह हैं कि एक तो अनावश्यक पाइपलाइन उखाडकर नयी पाईपलाइन नही डालने का प्रावधान करें, क्योंकि इसका आर्थिक भार ना तो कोई सरकार भुगतती है, और ना ही कोई जनप्रतिनिधि भुगतता है, सिर्फ आमजनता इसका आर्थिक भार भुगतती है। 

नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा वादा किया गया था कि बोर्ड बनने पर क्षेत्र को बीसलपुर योजना से जोडने व प्रत्येक वार्ड में दो-दो बोरिंग किए जाएंगे लेकिन आज डेढ़ साल पूरा हो गया ना तो बीसलपुर परियोजना आती दिख रही है और ना ही कहीं एक बोरिंग भी नहीं हुआ।  नगर पालिका द्वारा आज तक इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया गया। नगरपालिका द्वारा मोटी राशि पानी के नाम पर खर्च करने के बाद भी पाइपलाइने बेकार हो गई, जो कि सरकारी पैसे का दुरुपयोग हैं, चुनावी वादों के समय बीसलपुर से पानी लाने के लिए वादा किया था लेकिन आज तक बीसलपुर से जोड़ने की प्रक्रिया अधूरी हैं। इतना पैसा दोनो पार्टियों ने मिलकर पाइपलाइनों में खर्च किया हैं कि अगर इस पैसे से बोरवेल करवाए जाते या कहीं से पानी की स्कीम बनाकर लाने का प्रयास करते हैं तो आज आम जनता को पेयजल समस्या के इस गंभीर संकट का सामना नहीं करना पडता। 


जल जीवन मिशन के अंतर्गत चौमूँ विधानसभा क्षेत्र को 68.17 करोड रूपये की राशि केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत हुए हैं।  लेकिन उन 68.17 करोड की राशि में लोगों ने 68 पैसे का पानी भी नही पीया। आखिर कहाँ लुप्त हो जाती हैं ये योजनाएँ? 


ERCP जो योजना लाई गयी थी उससे प्रदेश के 13 जिलों में जयपुर जिला भी शामिल हैं, इस योजना को अगर लागू किया जाए तो किसान को कृषि सिंचाई व आमजन को पेयजल से राहत मिलेगी। ERCP जैसी योजना को केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा अटकाकर भाजपा व कांग्रेस पार्टी जनता का गला घोटने का काम कर रही हैं। ERCP योजना से आमजन को राहत मिलेगी इसलिए जो योजनाएँ आमजन को राहत प्रदान करने वाली है ऐसी योजना की क्रियान्विति पर ध्यान दिया जाएं। पिछले वर्षो से पेयजल के लिए पीएचइडी विभाग द्वारा नगर व गांवो में जगह-जगह पाइप लाइन बिछाने के साथ नल लगाने का काम किया। क्षेत्रवासियों को आश्वासन भी दिया कि पानी की समस्या से निजात मिलेगी पर आज तक कस्बे में जलापूर्ति बहाल नहीं हुई है।

इस मौके पर RLP कार्यकर्ता रामबाबू गोरा, लालचंद झाझड़ा, मुकेश घौसल्या, पप्पू बर्रा सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।


अमित कुमार

Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment